Sikar Protest: सीकर में मास्टर प्लान 2041 के खिलाफ चल रहे आंदोलन के बीच, सीकर जिला उद्योग एवं व्यापार महासंघ ने 16 अगस्त को सीकर बंद के आह्वान का विरोध किया है। महासंघ का कहना है कि इस बंद के कारण कई व्यापारिक गतिविधियों पर असर पड़ेगा।
मास्टर प्लान 2041 का विरोध
सीकर में मास्टर प्लान 2041 के खिलाफ संघर्ष समिति ने महापंचायत आयोजित की थी, जिसमें 16 अगस्त को सीकर बंद करने का फैसला लिया गया। इस फैसले का विरोध सीकर जिला उद्योग एवं व्यापार महासंघ ने किया है। महासंघ का मानना है कि यह बंद व्यापारियों के लिए समस्याएं पैदा करेगा, खासकर जब 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस है और 17 अगस्त को रविवार का अवकाश है।
व्यापारियों में रोष और आपात बैठक
महासंघ के उपाध्यक्ष नितेश पारमुवाल ने बताया कि बंद के कारण व्यापारियों में नाराजगी है। इस मुद्दे पर चर्चा करने के लिए महासंघ की आपात बैठक का आयोजन लक्ष्मी मार्किट में किया गया। बैठक में संस्थापक अध्यक्ष अरुण फागलवा, अध्यक्ष संजीव नेहरा, उपाध्यक्ष सुनील कुलहरि सहित कई अन्य पदाधिकारी शामिल हुए।
संघर्ष समिति को अवगत कराया विरोध
बैठक में 16 अगस्त को बंद किए जाने के फैसले पर आपत्ति जताई गई और महासंघ ने संघर्ष समिति को इस बारे में अवगत कराया। महासंघ के पदाधिकारियों ने संघर्ष समिति से आग्रह किया है कि वे इस फैसले पर पुनर्विचार करें, ताकि व्यापारियों को अनावश्यक परेशानी से बचाया जा सके। महासंघ का कहना है कि व्यापारिक हितों की रक्षा के लिए यह कदम आवश्यक है।
सीकर जिला उद्योग एवं व्यापार महासंघ के इस विरोध से यह स्पष्ट है कि व्यापारियों के हितों को ध्यान में रखते हुए निर्णय लेना महत्वपूर्ण है, ताकि आर्थिक गतिविधियों पर प्रतिकूल प्रभाव न पड़े।