एमडीआर 415 सड़क के लिए चिपको आन्दोलन के बाद, ग्रामीणों ने सद् बुद्धि यज्ञ से की सरकार व प्रशासन की बुद्धि शुद्धि की प्रार्थना
लक्ष्मणगढ़(अनुराग काछवाल)। उपखंड धोद एवं लक्ष्मणगढ़ क्षेत्र में सांवलोदा पुरोहितान, बठोठ, चुड़ौली आदि गांवों एवं ढाणियों से गुजरने वाली 75 किलोमीटर लंबी धार्मिक कोरिडोर की एमडीआर 415 सड़क का मार्ग व दिशा बदलने के राज्य सरकार, सत्ताधारी पार्टी के नेताओं तथा स्थानीय विभागों व प्रशासन के फैसले से ग्रामीणों में विरोध व आक्रोश दिन प्रतिदिन बढता जा रहा है। प्रभावित गांवों के लोगों ने पहले आक्रोशित सभाएं की बाद में सड़क से चिपको आन्दोलन करके सरकार व प्रशासन के इस फैसले का कड़ा विरोध जताया, लेकिन सत्ताधारी पार्टी के जनप्रतिनिधियों, नेताओं एवं शासन प्रशासन को कोई फर्क नहीं पड़ता देख ग्रामीणों ने गुरुवार को सरकार एवं पीडब्ल्यूडी प्रशासन के खिलाफ़ प्रातः 9:15 बजे सांवलोदा पुरोहितान व बठोठ की महिलाएं एवं पुरुषों ने वीर लोठजी जाट स्मारक पर प्रशासन एवं जनप्रतिनिधियों की सद्बुद्धि के लिए बुद्धि शुद्धि यज्ञ किया। तत्पश्चात चूड़ोली गांव एवं आस पास की ढाणीयों के लोगों ने 10:15 बजे बालाजी मंदिर प्रांगण में तथा दोपहर 11:15 बजे चुड़ोली के हरिराम बाबा मंदिर पर भी शासन प्रशासन एवं नेताओं की बुद्धि शुद्धि के लिए हवन में आहुति देकर सरकार प्रशासन को फिर से चेताया की क्या पता इस वजह से ही नेता उनकी फरियाद सुनें। पूर्व पंचायत समिति सदस्य नरेन्द्र बाटड़ ने बताया की धार्मिक कोरिडोर सड़क के मार्ग को यथावत रखने के लिए ग्रामीणों की आक्रोश सभाएं, चिपको आन्दोलन चल रहा प्रदर्शन भी जारी है। कई दिनों से चल रहे इन अनुठे प्रदर्शनों पर कोई भी जनप्रतिनिधि एव शासन प्रशासन लोगों की सुध लेने नहीं पंहुचा। इससे नाराज लोगों ने नेताओं की बुद्धि शुद्धि के लिए यज्ञ किया। तमाम लोगों ने यज्ञ में आहुति डाली और सरकार प्रशासन व नेताओं का ध्यान सड़क का बदला हुआ मार्ग को वापस लाने की ओर आकृष्ट किया। शनिवार एवं रविवार को इस सड़क मामले को लेकर धोद विधायक गोवर्धन वर्मा, पूर्व सांसद सुमेधानंद महाराज, सांसद अमराराम और लक्ष्मणगढ़ विधायक एवं पीसीसी अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा सहित अन्य जनप्रतिनिधियों से मिला जायेगा। हमारी सड़क हक की मांगों को पुरा नहीं किया तो आन्दोलन युनिक तरिकों से उग्र किया जायेगा। सामाजिक कार्यकर्ता सुगनचन्द पारीक एवं नेमीचंद बिजारणियां ने कहा कि बुद्धि शुद्धि यज्ञ का मकसद सरकार प्रशासन एवं जनप्रतिनिधियों को निंद से जगाकर धार्मिक लोठजी स्मारक, शिवजी भगवान मंदिर, बालाजी मंदिर, हरिराम बाबा मंदिर रास्तों से गुजरने वाली धार्मिक कोरिडोर सड़क का मार्ग जो बदला उसे वापिस उन्हीं धार्मिक मंदिरों के मार्ग से जोड़ने का ध्यान दिलाना है। इस मार्ग पर आने वाले मंदिरों पर वार्षिक लखी मेलाओं का आयोजन होता है। जंहा धार्मिक भजन संध्या के साथ साथ तरह तरह की दुकानें भी सजती है। लोगों के लिए बड़ा रोजगार का साधन है। इसलिए इस धार्मिक मार्ग पर एमडीआर 415 सड़क होना बहुत जरूरी है। यह मार्ग सैकड़ों गांवो को जोड़ने वाला सीकर शहर जाने के लिए एक मात्र सिदा यही चौड़ा रास्ता है। किसान महिला प्रियंका निठारवाल एवं किशनी देवी ने कहा सड़क का मिला हुआ हक हमें वापिस चाहिए। धीरे धीरे सड़क का आन्दोलन उग्र रूप ले रहा है। इसके लिए हमें जीवन देना पड़े तो पिछे नहीं हटेंगे। सड़क की खातिर डटकर लड़ने के लिए जरूरत पड़ी तो किसानी औजार जेली,दांतली सबकुछ तैयार कर रखे है। आरोप लगाया कि सरकार एवं नेता धर्म के नाम पर वोट तो हमसे ले लेती है। लेकिन सरकार और प्रशासन ने लोगों की धार्मिक भावनाओं का अनादर किया है। धार्मिक आस्था स्थलों के रास्तों में बदलाव करने से उनकी धार्मिक भावनाओं से खिलवाड़ किया है जो हम किसी भी सुरत में बर्दाश्त नहीं करेंगे इसके लिए हमें शासन प्रशासन के सामने जीवन का बलिदान मरण देना पड़े तो बेहिचक दे देंगे लेकिन हक की सड़क हमारी लेकर रहेंगे। सदबुद्दि यज्ञ का संचालन पंडित रामस्वरूप शर्मा सांवलोदा पिरोहितान व चुन्नी लाल शर्मा, दामोदर शास्त्री एवं सुरेन्द्र शर्मा तथा नेमीचंद निठारवाल के द्वारा किया गया। इस दौरान बुद्धि शुद्धि यज्ञ में महेंद्र खीचड़,रामस्वरूप निठारवाल,सोहन खीचड़ कारखाना,गोविंद सिंह खीचड़, नरसीदत सोनी,पवन पारीक, टोडाराम थानेदार,दूलीचंद कुमावत,मूलचंद फौजी,बिहारी लाल शर्मा,मूलचंद जांगिड़,राजेंद्र जांगिड़, रामदेव सैन, सांवरमल सैन,बनवारी लाल कूमावत,चौथमल जांगिड़, मोतीलाल सैन,भंवरलाल चौहान,नंदलाल सैन,तुलछाराम चौहान,रामूराम चौहान,गिनाराम जांगिड़,मूलचंद कूमावत,सीताराम काला,मूलचंद चौहान, मांगीलाल कूमावत,महेंद्र जांगिड़,जगदीश चौहान,महावीर प्रसाद जांगिड़, ताराचंद चौहान,रामचन्द्र रेपसवाल, हरलाल बिजारणियां,मूलाराम चौहान,पंकज सैन,फूलचंद,मुरलीधर मुहाल,पप्पू चौहान,मूलचंद शर्मा,सोहनलाल चौहान,हिरालाल चौहान,सुरेश शर्मा, रतनलाल चौहान,धन्नाराम शर्मा, छगनलाल चौहान,दूलीचंद सैन,मुकेश शर्मा,निवास चौहान, सुरेश चौहान,अशोक जांगिड़,नवरंग बिस्सू, निवास खीचड़, विकास सैन, राजू आलड़िया,त्रिलोक ख्यालिया, महेश खीचड़,औंकारमल निठारवाल, पंच श्रवण ख्यालिया, मुकेश निठारवाल,नन्दलाल निठारवाल,सूरेश कुमार,लालचंद निठारवाल,हरिकिशन आलड़िया, रामदेवाराम भुकर,धापु देवी, गुलाबी देवी,कुनणी डोटासरा,सुमित्रा देवी,प्रह्लाद खीचड़,चेतन लुहार सहित सैकड़ों की संख्या में पुरुष व महिलाएं शामिल हूए।


