
सीकर।ईद मिलादुन्नबी अवसर पर शुक्रवार को सीकर शहर की गलियां “नारा-ए-तकबीर” और “या रसूल अल्लाह ” की सदाओं से गूंज उठीं। सुबह से ही शहर की मस्जिदों और दरगाहों में सजावट की गई और नमाज़-ए-फज्र के बाद महफिल-ए-मिलाद का आग़ाज़ हुआ।
जुलूस-ए-मुहम्मदी मौहल्ला नारवान मदरसा मदीना प्राइमरी स्कूल से शुरु होकर प्रमुख मार्गों से होते हुए गुज़रा। इसमें बड़ी तादाद में बच्चे, नौजवान और बुज़ुर्ग शामिल हुए। जुलूस में शामिल लोगों ने हाथों में हरे झंडे, लेकर सादगी और शान के साथ जश्न-ए-मिलाद मनाया।
रास्ते भर जगह-जगह पर तबर्रुक़, लंगर, शर्बत और सबीलों का इंतज़ाम किया गया। जुलूस में नात-ए-रसूल पढ़ी गईं और सीरत-ए-नबी पर तक़रीरें भी की गईं।
उलमा-ए-किराम ने इस मौके पर कहा कि हज़रत मुहम्मद की सीरत इंसानियत के लिए रहमत है, हमें चाहिए कि हम आपस में मोहब्बत, भाईचारे और अमन-ओ-सलामती का पैग़ाम फैलाएं।
इस दौरान शहर के मुख्य बाज़ारों में रौनक देखने लायक थी। प्रशासन ने भी शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए चाक-चौबंद इंतज़ाम किए।

