सीकर।अखिल भारतीय किसान सभा के आह्वान पर जिलेभर में स्मार्ट मीटर योजना और बिजली निजीकरण के खिलाफ जन-जागरण अभियान चलाया जा रहा है। इसी कड़ी में ग्राम मांडोता में किसान सभा की ग्राम इकाई का सम्मेलन आयोजित हुआ।
सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए किसान सभा जिला कमेटी सदस्य पन्नालाल ने कहा कि सरकार बिजली के निजीकरण को बढ़ावा देते हुए प्रत्येक उपभोक्ता पर स्मार्ट मीटर थोप रही है। यह सीधे तौर पर उपभोक्ताओं को लूटने की साज़िश है। इसी तरह फसल बीमा योजना के नाम पर किसानों से हजारों करोड़ रुपये बीमा कंपनियों को दिए गए, लेकिन क्लेम के नाम पर किसानों को मात्र 100 या 500 रुपये ही मिले, जो किसानों के साथ खुला अन्याय है।
उन्होंने कहा कि गांवों में पेयजल संकट गहराता जा रहा है, लेकिन जल जीवन मिशन में करोड़ों का घोटाला कर दिया गया। फसलों और दूध का भी किसानों को वाजिब दाम नहीं मिल रहा।
हस्ताक्षर अभियान और मदद
मांडोता गांव में 1 सितम्बर से स्मार्ट मीटर के विरोध में 1000 से अधिक ग्रामीणों के हस्ताक्षर करवाए गए। इसके साथ ही अतिवृष्टि और बाढ़ से प्रभावित पंजाब के किसानों की मदद के लिए ग्रामीणों ने 51,000 रुपये किसान सभा के केंद्रीय कार्यालय को भेजे।
नई कार्यकारिणी का गठन
सम्मेलन में 31 सदस्यों की नई कार्यकारिणी सर्वसम्मति से चुनी गई।
अध्यक्ष: रेवत सिंह
उपाध्यक्ष: झाबर बुरड़क, नेमीचंद यादव, बजरंग राड़, रामेश्वर ढाका
सचिव: बृजपाल सिंह
संयुक्त सचिव: शिव भगवान मुंड, रामनिवास दुकानदार, जगदीश यादव, नरसा राम
कोषाध्यक्ष: मनोज राड़
29 सितम्बर को सीकर में बड़ी सभा
सम्मेलन का समापन करते हुए किसान सभा जिला उपाध्यक्ष मंगल सिंह ने कहा कि मांडोता संघर्षों की धरती है, यहां के किसानों ने हमेशा सरकारों की गलत नीतियों का विरोध किया है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि 29 सितम्बर को कृषि मंडी सीकर में आयोजित सभा में बड़ी संख्या में किसान शामिल होंगे।
इस मौके पर जिला महासचिव सागर खाचरिया ने भी किसानों से घर-घर जाकर सदस्यता अभियान तेज़ करने और स्मार्ट मीटर, फसल बीमा, कर्ज माफी, भाव और पेयजल जैसे मुद्दों को लेकर संघर्ष तेज करने का आह्वान किया।


