त्योहारों से पहले शहर की सड़कें खस्ताहाल, हर तरफ गड्ढे और खड़े

Rahish Khan
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सीकर। देश का सबसे बड़ा पर्व दीपावली और शक्ति की आराधना का पर्व नवरात्र नज़दीक हैं। बाजारों में ग्राहकों की भीड़ बढ़ने लगी है और व्यापारी तैयारियों में जुट गए हैं। कपड़ों, सजावट, मिठाई और इलेक्ट्रॉनिक्स की दुकानों पर रौनक लौटने लगी है। लेकिन इसी बीच सीकर शहर की सड़कों की बदहाली ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है।

शहर की मुख्य सड़कें ही नहीं बल्कि मोहल्लों और गलियों की हालत भी बेहद खराब है। जगह-जगह सड़कें टूटी पड़ी हैं, गहरे गड्ढों और लगातार चल रही खुदाई ने लोगों का जीना मुश्किल कर दिया है। बारिश के बाद इन गड्ढों में पानी भर जाने से दुर्घटनाओं का खतरा और भी बढ़ गया है। शहर के स्टेशन रोड, बजाज रोड,ईदगाह रोड, लुहारु बस स्टैंड, कल्याण सर्किल, अजमेरी स्टैंड, देवीपुरा रोड, तबैला बाजार इन मुख्य बाजारों में भी सड़के टूटी हुई है।

त्योहारों पर जहां शहर को रोशनी और रौनक से जगमगाना चाहिए, वहीं हालात इसके उलट दिखाई दे रहे हैं। शहरवासी कहते हैं कि प्रशासन की अनदेखी से पूरा माहौल बिगड़ रहा है।

व्यापारियों की चिंता
शहर के व्यापारी बताते हैं कि त्योहारों के सीजन में बाहर से भी हजारों लोग सीकर खरीदारी के लिए आते हैं। लेकिन टूटी सड़कों और जाम की स्थिति से ग्राहकों को दिक्कत होगी, जिसका सीधा असर कारोबार पर पड़ेगा। व्यापार मंडल ने भी प्रशासन से अपील की है कि जल्द से जल्द सड़कों की मरम्मत करवाई जाए।

आमजन की परेशानी

स्थानीय निवासी बताते हैं कि सड़कें इतनी खराब हैं कि पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है। लोग रोज़ दुर्घटनाओं का शिकार हो रहे हैं। टूटी सड़कों और खुदाई के कारण धूल, कीचड़ और जाम की समस्या आम हो गई है। त्योहारों में जहां लोग उत्साह के साथ घर से बाहर निकलते हैं, वहीं खराब हालात उनके उत्साह को ठंडा कर रहे हैं।

प्रशासन पर सवाल

नागरिकों का कहना है कि शहर को सुंदर और व्यवस्थित बनाने के नाम पर लगातार खुदाई हो रही है, लेकिन काम अधूरा छोड़ दिया जाता है। कहीं सीवरेज लाइन का काम पड़ा है, तो कहीं सड़क उखाड़ी गई और महीनों से जस की तस है। लोगों का कहना है कि प्रशासन त्योहारों से पहले तात्कालिक समाधान निकाले, ताकि यातायात और बाजारों की भीड़ को संभालने में परेशानी न हो।त्योहारों के मौसम में जहां सीकर बाजारों को प्रदेशभर में खास पहचान मिलती है, वहीं टूटी सड़कें और अव्यवस्था इस बार शहर की छवि पर धब्बा लगा सकती हैं। लोगों की यही मांग है कि प्रशासन सजावट और कार्यक्रमों के साथ-साथ शहर की बुनियादी सुविधाओं पर भी ध्यान दे।

इनका कहना है…

व्यापारी गोपाल सैनी ने कहा की हर साल दीपावली पर बाहर से हजारों ग्राहक सीकर आते हैं। लेकिन इस बार सड़कों की हालत इतनी खराब है कि लोग आने से भी कतराएंगे। कारोबार पर सीधा असर पड़ रहा है। टूटी सड़को से व्यापारी परेशान है।
शहर मुख्य बाजारों में सड़के पानी में बह गई।

व्यापारी मनोज कुमावत ने कह की सड़कें टूटी हैं, धूल-गंदगी चारों तरफ फैली है। त्योहारों में लोग परिवार के साथ निकलते हैं लेकिन सीकर की हालत देखकर लोग परेशान हो जाते हैं। प्रशासन अगर समय रहते ध्यान नहीं देगा तो त्योहार की रौनक फीकी पड़ जाएगी। मनोज बताते है की धूल मिट्टी उड़ने से मिठाई और चाट समोसा का कारोबार तो ठप सा हो रहा है।

व्यापारी श्याम खंडेलवाल ने कहा की हमारा सबसे बड़ा सीजन यही है, लेकिन ग्राहक दुकान तक आने से पहले ही परेशान हो रहे हैं। गड्ढों और ट्रैफिक जाम के बीच परिवार परेशान हो रहे है। बजाज रोड की हालत खराब है।

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