फतेहपुर (सीकर)। कस्बे के सीकर रोड स्थित लोक देवता श्री बुधगिरी बाबा की मढ़ी में संचालित कामधेनु गौशाला परिसर में रविवार शाम ‘जगदीश्वर गौ आवास’ का विधिवत उद्घाटन वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ किया गया। यह आवास विशेष रूप से विकलांग और बीमार गोवंश के लिए बनाया गया है।
इस मौके पर मढ़ी के महंत दिनेशगिरी महाराज, बगड़ दादू द्वारा के महामंडलेश्वर अर्जुनदास महाराज, गाडोदा शिवमठ के महंत महावीर जती महाराज, भागवताचार्य व गौकथा प्रवक्ता महिमा ब्रज किशोरी (वृंदावन), झुंझुनूं विधायक राजेन्द्र भामू, पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. राजेन्द्र कृष्ण काला और अंतरराष्ट्रीय गोमाता सेवा संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. दिनेश उपाध्याय की उपस्थिति रही।
विवाह पर खर्च नहीं, गायों के लिए किया सेवा कार्य
गौआवास का निर्माण दुबई प्रवासी एवं कायमसर निवासी सुभाषचंद्र जागिड ने अपने पुत्र अमित और पुत्रवधू अंकिता के विवाह के उपलक्ष्य में करवाया। लगभग 40 लाख रुपये की लागत से बने इस भवन का नाम उन्होंने अपने पिता स्व. जगदीश प्रसाद जागिड की स्मृति में ‘जगदीश्वर गौ आवास’ रखा।
इस अवसर पर महंत दिनेशगिरी महाराज ने कहा कि गौसेवा से बड़ा कोई धर्म नहीं है। गोमाता में हमारी संस्कृति, संस्कार और सनातन धर्म के सभी देवी-देवताओं का वास है। उन्होंने जागिड परिवार को साधुवाद देते हुए कहा कि यह कार्य युवाओं के लिए एक प्रेरणास्रोत है।
विकलांग गायों के लिए विशेष सुविधाएं
100×100 फीट क्षेत्र में निर्मित इस विशाल गौ आवास में विकलांग और बीमार गायों के लिए विशेष इलाज, दवा, चारे-पानी, पंखे, कूलर जैसी आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं। इसके अलावा गौशाला में इन पशुओं को लाने के लिए अत्याधुनिक एंबुलेंस भी तैयार की गई है।
5000 गायों को करवाया भोजन
विवाह समारोह के दिन यानी 4 जुलाई को पास की 10 गौशालाओं में लगभग 5000 गायों को विशेष भोजन करवाया गया। वहीं, कार्यक्रम में शामिल 1500 से अधिक संतों और अतिथियों के लिए पूर्ण गोवर्ति भोजन की व्यवस्था की गई।
युवाओं के लिए मिसाल
सुभाष जागिड ने बताया कि उनके पिता परम गोभक्त थे। उनका गौसेवा के प्रति समर्पण ही उनके इस निर्णय की प्रेरणा बना। उन्होंने कहा कि आजकल शादियों में फिजूलखर्ची की जगह यदि ऐसे सेवामूलक कार्य किए जाएं तो समाज को नई दिशा मिल सकती है। उन्होंने इस कार्य को एक ‘आशीर्वाद समारोह’ के रूप में मनाया, जिसमें संतों ने नवविवाहित जोड़े को आशीर्वाद दिया।
25 वर्षों से चल रही गौसेवा
श्री बुधगिरी मढ़ी में पिछले 25 वर्षों से कामधेनु गौशाला संचालित है, जहां वर्तमान में 700 से अधिक गायों के लिए चारा-पानी व आवास की व्यवस्था की गई है। यहां सैकड़ों वर्षों से गोवंश के संरक्षण और सेवा की परंपरा रही है।
महंत दिनेशगिरी महाराज ने कहा कि यह पहल केवल एक भवन निर्माण नहीं बल्कि एक सामाजिक चेतना है। ऐसे प्रयास समाज को नई दिशा देने के साथ-साथ युवाओं को भी जीवन में सेवा और संयम की राह पर चलने की प्रेरणा देते हैं।