खाटूश्यामजी। देवशयनी एकादशी और द्वादशी के पावन अवसर पर बाबा श्याम की नगरी खाटूधाम में दो दिवसीय मासिक मेला भव्यता और भक्तिभाव के साथ संपन्न हुआ। देशभर के कोने-कोने से आए करीब 4.75 लाख श्रद्धालुओं ने बाबा श्याम के दरबार में शीश नवाकर अपने परिवार, व्यापार और जीवन की मंगल कामनाएं कीं।
भजन संध्या और दरबार की भव्यता
मेले के पहले दिन एकादशी की रात भक्तों ने नगर के विभिन्न स्थानों पर बाबा श्याम के दरबार सजाए और भजन संध्याओं में श्याम नाम का गुणगान किया। भक्तों की भावनाओं और श्रद्धा से पूरा खाटूधाम भक्तिरस में डूबा नजर आया।
पदयात्रा में गूंजे जयकारे
द्वादशी के दिन, हजारों भक्तों ने रींगस से खाटूधाम तक केसरिया निशान के साथ पदयात्रा की। भक्तों ने “खाटू के बाबा की जय” के गगनभेदी जयकारों के साथ मंदिर पहुंचकर बाबा श्याम को खीर-चूरमे का भोग अर्पित किया और अपनी मन्नतों के प्रतीक निशान चढ़ाए।
अलौकिक श्रृंगार बना आकर्षण का केंद्र
द्वादशी को श्री श्याम मंदिर कमेटी की ओर से बाबा श्याम का दिव्य और अलौकिक श्रृंगार किया गया, जिसने श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस दौरान कई भक्तों ने बच्चों के जडूले उतारे और कुलदेवता के प्रति श्रद्धा स्वरूप गजोड़ों की जात दी।
दर्शन व्यवस्था रही सुचारु
श्रद्धालुओं की भीड़ को सुव्यवस्थित रखने के लिए मंदिर कमेटी के स्वयंसेवकों और पुलिस प्रशासन ने मुस्तैदी से व्यवस्था संभाली। दर्शनार्थियों को 14 लाइनों के माध्यम से दर्शन कराए गए ताकि भीड़ नियंत्रण में रहे और किसी को असुविधा न हो।
मंदिर कमेटी का आंकलन
मंदिर कमेटी के अनुसार, दो दिवसीय इस मासिक मेले में अब तक लगभग 4 लाख 75 हजार श्रद्धालु बाबा श्याम की चौखट पर शीश नवाकर अपनी आस्था प्रकट कर चुके हैं।