Food Safety News: नवरात्र से पहले सीकर जिले में खाद्य सुरक्षा के लिए चलाए जा रहे अभियान ने जोर पकड़ लिया है। शनिवार को पलसाना औद्योगिक क्षेत्र में खाद्य सुरक्षा अधिकारियों की टीम ने 752 किलो खराब मुरब्बा नष्ट कर दिया। यह कार्रवाई मिलावटमुक्त खाद्य पदार्थ सुनिश्चित करने के उद्देश्य से की गई थी।
छापेमारी में मिली खराब सामग्री
पलसाना में खाद्य सुरक्षा अधिकारियों की टीम ने छापेमारी के दौरान मैसर्स के गोदाम में बदबूदार और फंगस युक्त मुरब्बा पाया। इसमें 432 किलो आंवला मुरब्बा, 170 किलो गाजर मुरब्बा, 80 किलो बांस मुरब्बा और 70 किलो बिल मुरब्बा शामिल थे। इन सभी को तत्काल नष्ट कर दिया गया। यह कार्रवाई खाद्य सुरक्षा एवं औषधि नियंत्रण आयुक्त डॉ. टी शुभमंगला और मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अशोक महरिया के निर्देशन में की गई। टीम में फूल सिंह बाजिया, महमूद अली, नंदराम मीणा और सुरेश कुमार शर्मा शामिल थे।
जांच के लिए भेजे गए सैंपल
खराब मुरब्बे के अलावा, टीम ने आंवला, बिल, बांस के मुरब्बे के साथ-साथ गेहूं का आटा और मैदा के कुल आठ सैंपल लिए। इन सैंपल्स को जांच के लिए जयपुर की खाद्य प्रयोगशाला भेजा गया है। जांच रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की कार्रवाई तय की जाएगी। यह कदम सुनिश्चित करेगा कि बाजार में केवल शुद्ध और सुरक्षित खाद्य उत्पाद ही उपलब्ध हों।
खाद्य कारोबारियों को चेतावनी
खाद्य सुरक्षा अधिकारियों ने सभी कारोबारियों को साफ-सफाई और शुद्धता बनाए रखने की सख्त हिदायत दी है। अधिकारियों ने चेतावनी दी कि किसी भी प्रकार की मिलावट या लापरवाही की स्थिति में सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य आम जनता को सुरक्षित और स्वच्छ खाद्य सामग्री उपलब्ध कराना है।
इस तरह के अभियानों से लोगों में जागरूकता बढ़ेगी और वे मिलावट के खिलाफ सतर्क रहेंगे, जिससे उनकी सेहत पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।


