Jeen Mata Fair 2025: अरावली की पहाड़ियों में स्थित प्रसिद्ध जीण माता के शारदीय नवरात्रि मेले ने रविवार को श्रद्धालुओं की बड़ी भीड़ को आकर्षित किया। इस पवित्र आयोजन में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ माता के दर्शन के लिए उमड़ी और दिनभर मंदिर परिसर में भक्तिमय माहौल बना रहा।
जीण माता का भव्य श्रृंगार और आरती
रविवार को जीण माता के मंदिर में विशेष पोशाकों से माता का श्रृंगार किया गया, जिससे मंदिर परिसर का माहौल और भी भव्य हो गया। मंदिर को रंग-बिरंगे फूलों से सजाया गया था, जो श्रद्धालुओं को आकर्षित कर रहा था। सुबह की आरती के बाद माता को भोग अर्पित किया गया और भक्तों में प्रसाद का वितरण हुआ। मंदिर में दर्शनार्थियों की भीड़ ने परिसर को खचाखच भर दिया था। भक्त कतार में खड़े होकर माता के दर्शन कर रहे थे, जिससे उनकी श्रद्धा और भक्ति स्पष्ट झलक रही थी।
नवयुगल जोड़ों और श्रद्धालुओं की मनोकामनाएं
मेले के दौरान कई नवयुगल जोड़े अपने वैवाहिक जीवन के आशीर्वाद के लिए माता के सामने गठजोड़े की जात लगाते दिखे। इसके अलावा, कई श्रद्धालु अपने बच्चों के जड़ूले उतारकर माता से मन्नतें पूरी होने की प्रार्थना कर रहे थे। यह आयोजन उनके लिए एक विशेष अवसर था, जहां वे अपनी आस्था को प्रकट कर सकें और माता से अपनी इच्छाओं की पूर्ति की कामना कर सकें।
सुरक्षा और प्रशासन की चाक-चौबंद व्यवस्था
श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए पुलिस और प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए थे। मेले के दौरान कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पूरी टीम मुस्तैद रही। पास ही स्थित काजल शिखर मंदिर में भी भक्तों का आगमन लगातार जारी रहा, जहां सुबह से देर शाम तक श्रद्धालुओं की भीड़ बनी रही। इस आयोजन ने न केवल स्थानीय लोगों को बल्कि दूर-दराज से आए भक्तों को भी एकजुट किया, जिससे नवरात्रि का यह मेला और भी खास बन गया। आखिरकार, जीण माता का यह मेला श्रद्धा और भक्ति का अद्वितीय संगम था, जिसने हर श्रद्धालु के दिल में एक अलग स्थान बना लिया। यह आयोजन न केवल धार्मिक आस्था को मजबूत करता है, बल्कि समाज में एकता और भाईचारे का भी प्रतीक है।


