Rajasthan Congress: राजस्थान में कांग्रेस पार्टी की नई टीम की तैयारी जोरों पर है। आगामी दो महीनों में प्रदेश को जिलाध्यक्षों की नई सूची मिल सकती है। कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव के.सी. वेणुगोपाल ने गुरुवार को 30 पर्यवेक्षकों को राजस्थान के विभिन्न जिलों का आवंटन किया। इन पर्यवेक्षकों की नियुक्ति, संगठन सृजन अभियान के तहत की जा रही है, जो पार्टी के लिए नई दिशा तय कर सकती है।
पर्यवेक्षकों को मिली नई जिम्मेदारी
कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव के.सी. वेणुगोपाल ने पर्यवेक्षकों को जिलों का आवंटन कर दिया है। हर पर्यवेक्षक को एक से तीन जिलों की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इस फैसले के बाद, पर्यवेक्षक जल्द ही अपने-अपने जिलों का दौरा करेंगे और जमीनी स्तर पर कार्यकर्ताओं से फीडबैक लेंगे। यह प्रक्रिया पूरी तरह से निष्पक्ष रखी गई है ताकि केवल योग्य उम्मीदवारों का चयन हो सके। इस दौरान पर्यवेक्षकों को पार्टी के संगठन की सूचियां और सहायक भी दिए जाएंगे, जिससे उनका काम सुगम हो सके।
दिल्ली में हुई महत्वपूर्ण बैठक
इससे पहले दिल्ली में एक अहम बैठक हुई जिसमें कांग्रेस के बड़े नेताओं ने भाग लिया। राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, राहुल गांधी, संगठन महासचिव के.सी. वेणुगोपाल, सचिन पायलट, प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा, प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने बैठक में शिरकत की। इस बैठक में पर्यवेक्षकों को चयन प्रक्रिया की विस्तृत जानकारी दी गई। पार्टी ने सभी पर्यवेक्षकों को जल्द से जल्द जिलों के दौरे करने का निर्देश दिया है ताकि फीडबैक के आधार पर सही उम्मीदवारों का चयन हो सके।
फीडबैक के आधार पर होगा चयन
इस प्रक्रिया में किसी नेता की व्यक्तिगत राय को प्राथमिकता नहीं दी जाएगी। जिलाध्यक्षों के नाम जमीनी स्तर पर कार्यकर्ताओं से मिले फीडबैक के आधार पर तय होंगे। इससे पारदर्शिता बनी रहेगी और योग्य उम्मीदवारों को ही मौका मिलेगा। अन्य राज्यों में हुए इसी अभियान के अनुभवों से पता चलता है कि कई बार चौंकाने वाले नाम सामने आ सकते हैं। इस बार भी कुछ ऐसा ही होने की उम्मीद की जा रही है।
आगे की तैयारी
अब सभी पर्यवेक्षक अपने-अपने जिलों का दौरा कर पार्टी कार्यकर्ताओं से मुलाकात करेंगे। इस दौरान वे स्थानीय मुद्दों को समझेंगे और कार्यकर्ताओं के विचारों को सुनेंगे। यह प्रक्रिया कांग्रेस पार्टी के संगठन को मजबूत करने और नए नेतृत्व को उभरने का मौका देने के लिए की जा रही है। नई टीम के गठन से पार्टी को आगामी चुनावों में मजबूती मिलने की उम्मीद है।


