Rajasthan Monsoon Update: अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में बने मौसमी सिस्टम का असर राजस्थान में बारिश के रूप में दिख रहा है। पिछले कुछ दिनों से राज्य के कई हिस्सों में बारिश हो रही है, जिससे मौसम सुहावना हो गया है।
बारिश का दौर और उसके कारण
राजस्थान में मॉनसून ने फिर से दस्तक दे दी है। बंगाल की खाड़ी और अरब सागर में बने लो-प्रेशर सिस्टम के चलते राज्य के कई हिस्सों में बारिश का सिलसिला शुरू हो गया है। प्रतापगढ़, डूंगरपुर, जोधपुर, बूंदी और बांसवाड़ा जैसे जिलों में सोमवार को अच्छी बारिश हुई। सीकर में भी 22 दिनों के बाद हल्की फुहारें देखने को मिलीं। बारिश के कारण तापमान में गिरावट आई है और मौसम सुहावना हो गया है।
बारिश के आंकड़े और क्षेत्रीय असर
पिछले 24 घंटों में बांसवाड़ा में 9 मिमी, बूंदी के केशवारायपाटन में 3 मिमी, और डूंगरपुर में 5 मिमी बारिश दर्ज की गई। कोटा के दीगोद में सबसे ज्यादा 19 मिमी बारिश हुई, जबकि प्रतापगढ़ के दलोत में 22 मिमी और अरनोद में 17 मिमी बारिश हुई। मौसम विभाग के अनुसार, उत्तरी हरियाणा के आसपास एक ऊपरी हवा का चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है, जिसका असर राज्य के पूर्वी और उत्तरी-पूर्वी भागों में देखा जा सकता है।
आगे की मौसम की संभावना
मौसम विशेषज्ञ राधेश्याम शर्मा ने बताया कि अरब सागर में खंभात की खाड़ी के पास बने लो-प्रेशर सिस्टम के कारण दक्षिणी-पूर्वी राजस्थान में अगले कुछ दिनों तक बारिश जारी रह सकती है। खासतौर पर 30 सितंबर से 3 अक्टूबर के बीच कोटा, उदयपुर, भरतपुर, जयपुर, अजमेर और जोधपुर संभाग में बारिश की संभावना है। इस दौरान कई जगहों पर मेघगर्जन के साथ हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।
निष्कर्ष
राजस्थान में मॉनसून की यह बारिश किसानों के लिए राहत लेकर आई है, वहीं आम जनता के लिए भी यह मौसम का बदलाव सुखद है। आने वाले दिनों में और बारिश की संभावना के चलते लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है। यह बारिश न केवल तापमान में गिरावट लाएगी बल्कि जल संसाधनों को भी भरने में मददगार साबित होगी।


